How To Get Full Marks In Math : इन बातों का रखे ध्यान आएगा 100 मे 100 नंबर।

गणित मे 100 मे 100 मार्क्स कैसे लाए ?

हैलो दोस्तों स्वागत है आप सभी का एक नई पोस्ट में । तो आज के इस पोस्ट में मैं आप लोगों को बताऊंगा कि Mathematics में जो की सबसे ज्यादा कठिन Subject माना जाता है उसमें 100 में से 100 नंबर कैसे लाया जाता है। यकीन मानो बच्चों मैथ में 100 में 100 नंबर लाना सबसे आसान होता है जहां एक और बच्चे सबसे ज्यादा इसी विषय में फेल होते हैं वही सबसे आसानी से 100 में 100 नंबर भी इसी में लाया जा सकता है।

How to score 100 out of 100 in math
MATH ME PURE MARKS KAISE LAYE

तो 100 में 100 नंबर लाने के लिए आपको कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना होता है अगर आपने उन बातों का ध्यान रख लिया तो आपको 100 में से 100 अंक प्राप्त हो जाए इसकी संभावना बहुत अधिक हो जाती है।

तो आपको इसके लिए क्या करना है यह पूरी बातें है आपको इस ब्लॉक में बताने वाला हूं।

आईए शुरू करते हैं,  मेरा नाम है Sr Sir और मैं Sr Classes YouTube Channel का फाउंडर हूं और साथ ही साथ Sr Classes वेबसाइट पर आप सभी बच्चों के लिए Important पोस्ट लिखते रहता हूं। तो आईए आज के टॉपिक पर पहुंचते हैं। 

गणित मे 100 मार्क्स प्राप्त करने के लिए निम्नलिखित पॉइंट्स का पालन करे।

1. Question को अच्छे से पढ़ना

जब तक आप Question को अच्छे से पढ़ेंगे नहीं तब तक आप मैथमेटिक्स के सवालों को हल नहीं कर पाएंगे। कहा जाता है कि अच्छे से Question को पढ़ लेना ही मैथमेटिक्स के सवालों को आधा हल कर देना होता है। अगर आपने क्वेश्चन अच्छे से पढ़ लिया,सवाल आधा वहीं पर हल हो गया तो क्वेश्चन को पढ़ते समय हमें किन बातों का ध्यान रखना है वह है हमारा पॉइंट नंबर 2।

2. क्या दिया है और क्या निकालना है?

दूसरे पॉइंट में हम यह करेंगे कि क्वेश्चन में क्या कुछ दिया हुआ है और उस दिए गए आंकड़े के आधार पर हमसे क्या कुछ निकालने के लिए कहा जा रहा है इन बातों का पता लगाएंगे।  यानी कि जो दिया हुआ है उसे कॉपी पर लिखेंगे और जो पूछ रहा है उस दिए गए आंकड़ों के आधार पर उसे भी कॉपी में लिखेंगे। 

3. जरूरी आँकड़े दिए गए है या नहीं?

तीसरा जो पॉइंट है वह यह है कि जो पूछा गया है उसके लिए जो जरूरी आंकड़े होते हैं वह प्रश्न में दिया हुआ है या नहीं इस बात का पता लगाये, यानी कि कोई प्रश्न ऐसा भी होता है जिसमें जो दिए गए आंकड़े होते हैं उसके आधार पर जो पूछा गया है आप उसको हल कर सकते हैं यानी कि उस प्रश्न का उत्तर दे सकते हैं। लेकिन कई बार ऐसा भी होता है कि जो आंकड़े दिए गए होते हैं वह प्रश्न को हल करने के लिए काफी नहीं होते हैं। इसे हम एक उदाहरण द्वारा समझते हैं अगर आपसे एक वृत्त का क्षेत्रफल पूछा जाएगा तो उसके लिए वृत्त का त्रिज्या का होना बहुत जरूरी है लेकिन अगर वृत्त का त्रिज्या नहीं दिया हुआ रहे तो फिर आप कैसे उस प्रश्न का उत्तर दे पाएंगे? तो इसके लिए प्रश्न में ही त्रिज्या को निकालने के लिए कोई व्यवस्था दिया हुआ रहेगा जैसे कि वृत्त की परिधि दी हुई होगी तो सबसे पहले आप परिधि की मदद से त्रिज्या निकलेंगे और फिर उस त्रिज्या की मदद से वृत्त का क्षेत्रफल निकाल लेगे उम्मीद करता हूं कि आपको यह उदाहरण के द्वारा मैं क्या कहना चाह रहा था वह समझ में आ गया होगा। 

4. सभी Formula याद होना चाहिए।

चौथा जो पॉइंट है वह यह है कि हमें सारे फार्मूले याद होने चाहिए। फार्मूले के साथ हम कभी भी कोई कंप्रोमाइज नहीं कर सकते अगर हमें फार्मूला याद नहीं होगा तो हम कभी भी मैथमेटिक्स के प्रश्नों का उत्तर नहीं दे पाएंगे और ना ही कभी हमारे अंदर कॉन्फिडेंस आ पाएगा।

5. Formula को कैसे याद करे।

हमारा जो पांचवा पॉइंट है वह यह है कि इन फार्मूले को कैसे याद किया जाए क्या उसे रट लिया जाए? तो मैं कहूंगा कि रटना कहीं से भी सॉल्यूशन नहीं है फार्मूले को याद करने के लिए सबसे बेहतर जो तरीका होता है वह यह होता है कि आप एक चार्ट पेपर बनाए और उस चार्ट पेपर पर सारे फार्मूले को लिख दीजिए और फिर उसे किसी ऐसी जगह पर चिपका दे जहां आप दिन में कम से कम 10 बार उसे देख पाए। अपने स्टडी रूम में चिपका दो या आप जहां सोते हो उसके जस्ट सामने चिपका दो और सुबह दोपहर शाम जब भी आपको मौका मिले आप उस चार्ट को देखें और यह जानने की कोशिश करे की आपको उनमें से कितने फार्मूले याद है ऐसा करने से बिना रटे ही आपको सारे फार्मूले याद हो जाएंगे। 

6. हल करने के स्टेप्स को रटे नहीं।

हमारा जो अगला बिंदु है वह यह है की मैथमेटिक्स के सवालों को हल करते समय हमें कभी भी स्टेप्स को रटना नहीं है कि इस तरीके के प्रश्नों को हल करने के लिए सबसे पहले यह करना होता है उसके बाद यह करना होता है और उसके बाद यह करना होता है, ऐसा कभी नहीं करना है हमे रटना नहीं है बल्कि हमें टारगेट को ध्यान में रखना है कि इस प्रश्न में यह दिया हुआ है और हमें यह निकालना है जब आप रटे रहेंगे ना तो कई बार प्रश्न को घुमा करके पूछ दिया जाता है।  जो काम किसी और प्रश्न के लिए हम पहले स्टेप में करते हैं वही काम आप दूसरे प्रश्न के लिए पहले स्टेप में नहीं कर सकते प्रश्न को थोड़ा सा घुमा दिया जाता है तो फिर आप ऐसे प्रश्नों में फंस जाएंगे इसीलिए मैं कह रहा हूं की स्टेप्स को नहीं रटना है बल्कि टारगेट को ध्यान में रखना है कि हमें क्या निकालना है उसको निकालने के लिए क्या-क्या चीज दी गई है यह ध्यान में रखना है। 

7. Calculation Mistake नहीं करना है।

हमारा जो अगला बिंदु है वह यह है कि हमें कैलकुलेशन Mistake नहीं करना है यानी कि सवालों को हल करते समय जो हम कैलकुलेशन करते हैं उसमें गलतियां ना हो। और यह तभी होगा जब हम घर पर ही प्रश्नों को हल करते समय कम से कम कैलकुलेशन Mistake करें। अगर हम घर पर ऐसा नहीं करते हैं ,घर पर हम कैलकुलेशन में गलतियां करते हैं तो यही गलतियां एग्जाम में भी रिपीट होगी और उसका हमें खामियाजा भुगतना पड़ेगा इसके लिए जरूरी है कि घर पर ही हम अच्छे से कैलकुलेशन किया करें और उसमें कोई गलती ना हो ऐसा अगर हम घर पर करेंगे तो एग्जाम में भी हमसे गलतियां नहीं होगी।

8. कॉपी मे ज्यादा काट-पीट न करे।

हमारा जो अगला बिंदु है वह यह है बच्चों की एग्जाम में कॉपी लिखते समय ज्यादा काट पीट न करें जब हम ज्यादा काट-पीट करते हैं ना मतलब कि हमने कोई चीज लिखा और फिर उसे कट कर दिया तो ऐसा करने से जो कॉपी चेक कर रहे होते हैं उनके दिमाग में एक गलत इंपैक्ट जाता है कि बच्चा को उतना समझ नहीं है जितना होना चाहिए और बह बार-बार चीजों को लिख रहा है और काट रहा है। तो यह ध्यान रखना है की कॉपी में ज्यादा काट-पीट न हो।  अब आपको ऐसा भी नहीं करना है कि जहा हमने कुछ गलत लिख दिया,जो नहीं लिखना चाहिए था तो उसे जरूर काट दे ऐसा नहीं करना है की सर ने कहा है कि काटना नहीं है तो आप काट नहीं रहे हैं जब बहुत ज्यादा जरूरी हो तो आपको तो काटना ही पड़ेगा लेकिन कोशिश यह करेंगे कि ज्यादा से ज्यादा कट पीट ना दिखे हमारे कॉपी में। 

9. Speed को बनाए रखे।

हमारा जो अगला बिंदु है वह यह है कि सवालों को हल करते समय हमें अपनी स्पीड को मेंटेन रखना है ऐसा ना हो की किसी प्रश्न को करते हुए हम इतने स्लो हो जाएं कि बाकी के प्रश्नों को हल करने के लिए हमारे पास समय ही न बचे।  तो हमें टाइम टाइम पर अपनी घड़ी को देखते रहना है कि हां हम जो प्रश्न को हल कर रहे हैं वह सही समय पर कर पा रहे हैं या नहीं कर पा रहे हैं। 

10. सभी प्रश्नों को एक समान समझे।

हमारा जो अगला बिंदु है वह यह है की कई बार हमें ऐसे प्रश्न एग्जाम में दिख जाते हैं जिसे हम पहले से सॉल्व किए हुए होते हैं तो ऐसे प्रश्न के एग्जाम में दिखे जाने के बाद हम या तो उसे इतनी जल्दी बाजी में हल करने लगते हैं कि वह गलत हो जाता है या तो फिर हम उसे इतना अधिक समय दे देते हैं जिससे कि बाकी के प्रश्नों के लिए समय कम बचता है तो हमें यह गलती नहीं करनी है।  किसी भी प्रश्न को बिल्कुल वैसे ही हल करना है जैसे कि बाकी के प्रश्नों को हम हल कर रहे थे। 

11. अपने उत्तर को चेक कर लें।

हमारा जो अगला बिंदु है वह यह है कि अगर संभव हो तो हमें अपने आंसर को वेरीफाई कर लेना है। यह सभी प्रश्नों के साथ नहीं हो पाता लेकिन कुछ प्रश्न ऐसे होते हैं जिनके उत्तर को हम चेक कर सकते हैं कि हां जी हमने जो आंसर लाया है वह सही है या नहीं। अब यह कैसे प्रश्न होते हैं यह मैंने अपने यूट्यूब चैनल पर पढ़ा रखा है तो आप वहाँ जुड़े तो आपको पता चलेगा कि ऐसे प्रश्नों का उत्तर हम कैसे चेक कर सकते हैं।

12. समय का ध्यान रखे।

हमारा जो लास्ट पॉइंट है वह यह है की एग्जाम में हमें बीतने वाले टाइम को बहुत ध्यान से देखते रहना है कहीं ऐसा ना हो कि हमारे प्रश्न बचे रह जाए और हमारे पास टाइम ही ना बचे तो इसके लिए बहुत जरूरी है की समय के साथ-साथ चले। 

 

 तो यह थे वह पॉइंट्स जो कि मैं अपने अनुभव के आधार पर तैयार किया अगर आप इन पॉइंट्स का पालन करते हैं तो इस बात की उम्मीद बहुत अधिक बढ़ जाती है कि आपका मार्क्स न कटे और आप 100 में से 100 अंक प्राप्त कर पाए।  तो कैसा लगा यह ब्लॉग आप लोगों को पढ़कर? अपना कीमती राय जरुर दें और अगर कुछ सुझाव देना चाहते हैं तो उसके लिए भी कमेंट बॉक्स खुला हुआ है थैंक यू। 

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